न पूछ नुस्ख़ा-ए-मरहम[1] जराहते-दिल[2] का
कि उस में रेज़ा-ए-अल्मास[3] जुज़्व-ए-आ़ज़म[4] है
बहुत दिनों में तग़ाफ़ुल[5] ने तेरे पैदा की
वह इक निगह[6] कि ब ज़ाहिर[7] निगाह[8] से कम है
शब्दार्थ:
- ↑ दवाई का सर्जन
- ↑ दिल के ज़ख़्म
- ↑ हीरे का बुरादा
- ↑ खास भाग
- ↑ बे-परवाही
- ↑ इस संदर्भ में- ज़रा सा देखना
- ↑ साफ तौर पर
- ↑ इस संदर्भ में- ध्यान से देखना